vinaytomer  guestbook (71) Sign guestbook

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vinaytomer
12 years ago
Hi
vinaytomer
12 years ago
Hi friends.
vinaytomer
12 years ago
Hi friends
vinaytomer
12 years ago
Hi friends
vinaytomer
12 years ago
Hi friends
vinaytomer
12 years ago
Hi friend
vinaytomer
12 years ago
Hi friends.
Surya8124
12 years ago
Vinay gud ni8 have a sweet dreams.
Surya8124
12 years ago
Gud mrn vinay.
Surya8124
12 years ago
Gud mrn vinay
vinaytomer
12 years ago
गब्बर सिंह का चरित्र चित्रण
1. सादा जीवन, उच्च विचार : उसके जीने का ढंग बड़ा सरल था. पुराने और मैले कपड़े, बढ़ी हुई दाढ़ी, महीनों से जंग खाते दांत और पहाड़ों पर खानाबदोश जीवन. जैसे मध्यकालीन भारत का फकीर हो. जीवन में अपने लक्ष्य की ओर इतना समर्पित कि ऐशो-आराम और विलासिता के लिए एक पल की भी फुर्सत नहीं. और विचारों में उत्कृष्टता के क्या कहने! ‘जो डर गया, सो मर गया’ जैसे संवादों से उसने जीवन की क्षणभंगुरता पर प्रकाश डाला था.
२. दयालु प्रवृत्ति: ठाकुर ने उसे अपने हाथों से पकड़ा था. इसलिए उसने ठाकुर के सिर्फ हाथों को सज़ा दी. अगर वो चाहता तो गर्दन भी काट सकता था. पर उसके ममतापूर्ण और करुणामय ह्रदय ने उसे ऐसा करने से रोक दिया.
3. नृत्य-संगीत का शौकीन : ‘महबूबा ओये महबूबा’ गीत के समय उसके कलाकार ह्रदय का परिचय मिलता है. अन्य डाकुओं की तरह उसका ह्रदय शुष्क नहीं था. वह जीवन मेंनृत्य-संगीत एवंकला के महत्त्व को समझता था. बसन्ती को पकड़ने के बाद उसके मन का नृत्यप्रेमी फिर से जाग उठा था. उसने बसन्ती के अन्दर छुपी नर्तकी को एक पल में पहचान लिया था. गौरतलब यह कि कला के प्रति अपने प्रेम को अभिव्यक्त करने का वह कोई अवसर नहीं छोड़ता था.
4. अनुशासनप्रिय नायक: जब कालिया और उसके दोस्त अपनेप्रोजेक्ट से नाकाम होकर लौटे तो उसने कतई ढीलाई नहीं बरती. अनुशासन के प्रति अपने अगाध समर्पण कोदर्शाते हुए उसने उन्हें तुरंत सज़ा दी.
5. हास्य-रस का प्रेमी: उसमें गज़ब का सेन्स ऑफ ह्यूमर था. कालिया और उसके दो दोस्तों को मारने से पहले उसने उन तीनों को खूब हंसाया था. ताकि वो हंसते-हंसते दुनिया को अलविदा कहसकें. वह आधुनिक यु का ‘लाफिंग बुद्धा’ था.
6. नारी के प्रति सम्मान : बसन्ती जैसी सुन्दर नारी का अपहरण करने के बाद उसने उससे एक नृत्य का निवेदन किया. आज-कल का खलनायक होतातो शायद कुछ और करता.
7. भिक्षुक जीवन: उसने हिन्दू धर्म और महात्मा बुद्ध द्वारा दिखाए गए भिक्षुक जीवन के रास्ते कोअपनाया था. रामपुर और अन्य गाँवों से उसे जो भी सूखा-कच्चा अनाज मिलता था, वो उसी से अपनी गुजर-बसर करता था. सोना, चांदी, बिरयानी या चिकन मलाई टिक्का की उसने कभी इच्छा ज़ाहिर नहीं की.
8. सामाजिक कार्य: डकैती के पेशे के अलावा वो छोटे बच्चों को सुलाने का भी काम करता था. सैकड़ों माताएं उसका नाम लेती थीं ताकि बच्चे बिना कलह किए सो जाएं. सरकार ने उसपर 50,000 रुपयों का इनाम घोषित कर र
vinaytomer
13 years ago
hi everybody
anu0011
13 years ago
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Sakura303
13 years ago

hav a pleasing tuesday












Just living is not enough...

One must have

sunshine,

freedom

&

a little flower...





















vinaytomer
13 years ago
hi everybody
MyLifeIsAverageJeet
13 years ago
DO CHIDIYO KE PREM KHANI................... Ek din female chidiya bole-ki mujhe chod kar ud to nahi jaoge. male Chidiya bola- ud jaunga to tum paked lena... female chidiya boli- main tumhe paked sakti hu par fir pa nahi sakti... male chidiya ki ankho main aasu agaye or usne apne pankh tod diye or bola ab hum hamesa sath rahenge. ek din jor se tufan aane wala tha to female chidiya udne lagi.. tubhi male chidiya ne kaha tum ud jao main ud nahi sakta.. female chidiya boli- apna khayal rakhna khaker ud gai... jab tuffan thama to female chidiya vapas us paid par aayi to dekha ki male chidiya mar chuki thi.......... Or ek dali par likh tha " KASH WO EK BAR TO KAHTI KI MAIN TUMHE NAHI CHOD SAKTI TO SHAYED MAIN TUFAN ANE SE PAHLE NAHI MARTA" Moral :- love exists till the circumstances are good otherwise no body cares.........
vinaytomer
13 years ago
hi s.p
Shagufta93
13 years ago
G'mrning Vinay .... Have a lovely nd relaxfull day ahed...... keep smiling
Shagufta93
13 years ago
Bye dear... Gud nite.... Hv a lovely dreams... Sleep well!
Shagufta93
13 years ago
Good night... Have a swtdrms!
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